Tuesday, 6 March 2018

होली उल्लास

होली आयी होली आयी
राधा लिये अबीर डोलती
 छिपते फिरते कृष्ण कन्हाई
होली आयी होली आयी |

गर्मी नें ललकार लगाई
सरदी डर भागी पहाड़ पर
दादी की हट गयी रजाई
होली आयी होल आयी |

पीली ,नीली , लाल , गुलाबी
बेलों की छतरी लहरायी
सूख पुरानी झड़ी पत्तियां
डाल डाल फिर से  मुस्कायी |
होली आयी होली आयी |

आओ हम सब मिलकर खेलें
भेदभाव की करें पिटायी
माथे पर गुलाल का टीका
बाँटें घर -घर प्यार मलाई
होली आयी होली आयी |

हम उस भारत माँ के बेटी
जग नें जिसकी महिमा गायी
माँ की शान न जानें दूंगीं
प्राणों की है होड़ लगायी
होली आयी होली आयी |


No comments:

Post a Comment