Monday, 25 April 2016

                                  ............................ इस बीच गाड़ी में काले कपडे के नीचे छिपी गड्ड -मड्ड एक नर आकृति उठकर बैठ गयी और गाड़ी छोड़कर पास की झाड़ियों में जा छिपी । जाने से पहले उसने काले कपडे को पहले की तरह ही ऊँचा उठाकर जैसा का तैसा कर दिया । आधी रात के बाद तिकड़ी ने खजाना बाहर निकाला । तीन बैगों में सोना ,चाँदी ,हीरे -जवाहरात भर लिये गये । तिकड़ी को विश्वास था कि बाजी जीता सरदार नवयुवक लता ,गुल्मों से ढकी झोपड़ी में सोया पड़ा है । उन्होंने छोटे -छोटे पत्थर फेंककर यह सुनिश्चित कर लिया था कि कहीं कोई हलचल नहीं है । अब किसको पता था कि बाजी जीता नवयुवक कहीं दूर झाड़ियों में काले परदे के नीचे से निकली मानव काया के साथ छिपा बैठा था । तिकड़ी ने बैलों की रस्सी खोली । सोचा दो बैल आगे जुत जायेंगें एक पीछे बाँध देंगें । अपनी अपनी पीठ पर चमक भरा बैग लादे वे गाड़ी तक पहुँचे । उन्होंने बैलों को जोत  दिया । दो आगे और एक पीछे । गाड़ी रास्ते पर आगे बढी  पर कुछ ही देर बाद एक ऐसे मोड़ पर पहुँची जहाँ से एक रास्ता किसान की झोपड़ी की ओर जाता था और दूसरा घने जंगल की ओर । तिकड़ी घने जँगल में ही खजाना छिपाने का नया अड्डा खोज आयी थी । मोड़ के पास की झाडी से ही एक आवाज आयी और उसके साथ एक सन्देश भी किडी ,बिडी मेरे पीछे -पीछे आ जाओ । सिडी भी साथ में ही चलता रहेगा । अब बैल थे कि किसान के झोपड़ी के रास्ते चल निकले, तिकड़ी ने बड़ी कोशिश की कि गाड़ी को मोड़ दें पर जब बैल अपने पर आ जायँ तो उनकी शारीरिक ताकत का मुकबला चोर -उचक्कों के वश की बात नहीं रहती । कुछ जद्दोजहद के बाद तिकड़ी के तीनों सदस्य उतरकर जँगल की ओर भागे पर पास की झाड़ियों से कई ललकार भरी आवाजें आयीं । खबरदार हम शेरिफ माइकेल हैनरिच के सिपाही हैं । तुम्हारे ऊपर 32 मुकदमें दर्ज हैं भगने की कोशिश की तो बोटी -बोटी काट दी जायेगी । तिकड़ी के तीनों नामी -ग्रामी या बदनाम जंगली लुटेरे हक्का -बक्का से रह गये । सिपाहियों ने उन्हें घेरकर रस्सियों से उनके हाथ -पैर बाँध दिये । अभी थोड़ा समय ही बीता था कि गाड़ी बैलों के साथ लौटती दिखायी पडी । किसान गाड़ी हाँक रहा था और यह दूसरा कौन है जो गाड़ी में बैठा है ? अरे यह तो सरदारी का अधिकार पा जाने   वाला धूर्तराज नवयुवक है । गाड़ी में बैठा क्या कर रहा है ? गाड़ी से उतरते ही सिपाहियों ने एक साथ उन्हें सल्यूट मारा । सार्जेन्ट मेनेलस ने आगे बढ़कर कहा हुजूर आपका मिशन पूरा हो गया अब शेरिफ माइकेल हेनरिच के जंगली इलाके शेफील्ड में कोई भी रास्ता सर्वथा सुरक्षित है  । पाठक जान ही  गये होंगें कि सरदारी का खिताब जीतने वाला वह नवयुवक स्वयं अपने इलाके का शेरिफ माइकेल हेनरिच था ।  किसान को न केवल तीनों बैल मिले बल्कि खजाने का एक छोटा भाग उसे इनाम में भी मिला ताकि वह खेती करके अपने को संपन्न बनाये और उसी कमायी से चमकदार कसीदा कढ़े हुये जूतों का एक जोड़ा खरीद सके । एक यूनानी कहानी जिसका ताना -बाना लगभग इस कहानी जैसा ही है पर बाद में विचार करेगें अभी हम परशुधर की ओर चलते हैं ।
परशुधर की ओर.................
(क्रमशः )

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